
श्री महाराजा अग्रसेन जी: सेवा और निर्माण की प्रेरणा
श्री महाराजा अग्रसेन जी का जीवन समाज सेवा, आर्थिक समृद्धि और न्यायप्रियता का प्रतीक है। वे एक महान शासक, कुशल प्रशासक एवम् समाज सुधारक थे। उनकी नीति “अतिथि देवो भव” और “एक रुपया, एक ईंट” ने सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिया और व्यापार में नई राह दिखा दी।
हमारे संगठन ने महाराजा अग्रसेन जी के आदर्शों का अनुसरण कर जीवन निर्माण और नई संस्थाओं के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। समाज को शिक्षित, समर्थ एवं संस्कारी बनाने के लिए हमें सतत प्रयासरत रहना चाहिए। भवन निर्माण के साथ संगठन ने शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण एवं समाज कल्याण की अनेक सुविधाएं जुटायी हैं। साथ ही, नवीनतम तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराने का भी प्रयत्न किया गया है, जिससे संगठन की कार्यक्षमता और भी प्रभावी व सशक्त बनेगी।
अग्रवाल मित्र मंडल का अभिनंदन
इस महत्वपूर्ण कार्य को सफल बनाने में अग्रवाल मित्र मंडल के सभी सदस्यों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। उनके सहयोग, समर्पण और उत्साह के बिना यह कार्य संभव नहीं हो पाता। समाज के प्रति उनकी निष्ठा और सेवाभावना वास्तव में सराहनीय है। हम उन सभी के हृदय से आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने अपने समय, श्रम और आर्थिक योगदान से परियोजना को सफल बनाया।
नई प्रेरणा – सेवा और सहयोग की भावना
महाराजा अग्रसेन जी ने हमेशा समाजहित को प्राथमिकता दी और उनकी यही शिक्षाएँ हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। यह निर्माण कार्य केवल एक भौतिक संस्था नहीं है, बल्कि हमारे संयुक्त प्रयासों और सहयोग की पहचान है। हमें यह स्मरण रखना चाहिए कि समाज का उत्थान इसी सेवा और एकता की भावनाओं से संभव है।
आइए, हम सभी मिलकर एक और मजबूत, सशक्त और समृद्ध समाज का निर्माण करें!
आप सभी के लिए नव संवत्सर 2082 शुभ हो, ईश्वर से मेरी प्रार्थना है।
आपका
मुकेश गुप्ता
अध्यक्ष
